ਹੁਣੇ ਹੁਣੇ : ਰੇਖਾ ਦੀ ਅਚਾਨਕ ਮੌਤ ਨਾਲ ਬਾਲੀਵੁਡ ਦੇ ਇਸ ਪਰਿਵਾਰ ਚ ਛਾਇਆ ਮਾਤਮ , ਅਮਿਤਾਬ ਬਚਨ ਸਮੇਤ ਕਈ ਸਿਤਾਰੇ ਸਸਕਾਰ ਤੇ ਪਹੁੰਚੇ
दोस्तों पिछले कुछ महीने बॉलीवुड और उसके परिवार के लोगो के लिए कुछ ख़ास नहीं रहा हैं. इस साल बॉलीवुड से जुड़े कई लोगो का स्वर्गवास हो गया हैं. फिर चाहे वो बॉलीवुड की महानअदाकारा श्रीदेवी हो या बीते ज़माने के मशहूर एक्टर शशि कपूर. जब भी बॉलीवुड के परिवार में किसी का निधन होता हैं तो पूरा बॉलीवुड उनके प्रति शोक व्यक्त करता हैं. बॉलीवुड की एक बात ये अच्छी हैं कि दुःख की घड़ी में वे अपनी पर्सनल रंजिशे नहीं देखते हैं और एक दूसरे का साथ देने के लिए हमेशा खड़े रहते हैं. उदाहरण के लिए अर्जुन कपूर और श्रीदेवी के रिलेशन अच्छे नहीं होने के बाद भी उनकी मृत्यु के बाद अर्जुन पापा बोनी कपूर और उनकी दोनों बेटियों को सान्तवना देने के लिए हमेशा साथ रहे.
फिल्म डायरेक्टर निखिल अडवाणी की माँ रेखा का निधन
आज एक बार फिर बॉलीवुड दुःख की घड़ी में साथ एकत्रित हुआ हैं. दरअसल बॉलीवुड के दिग्गज फिल्मकार और डायरेक्टर निखिल अडवानी की माँ रेखा का शनिवार के दिन निधन हो गया. यूं अचानक माँ रेखा के निधन की वजह से निखिल काफी सदमे में हैं. हालाँकि उनके निधन की असली वजह अभी मीडिया के सामने नहीं आ सकी हैं.
अंतिम संस्कार में आए कई सितारे
शनिवार माँ रेखा की मौत के बाद निखिल ने अगले दिन रविवार दोपहर करीब 1 बजे उनका अंतिम संस्कार का कार्यक्रम रखा. इस अंतिम संस्कार में बॉलीवुड के कई सितारे दुःख व्यक्त करने पहुचे. इसमें अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन, अभिनेत्री डायना पेंटी, अभिनेता मनोज बाजपेयी, भूषन कुमार, सुधीर मिश्र और फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर कारण जोहर भी शामिल थे. अंतिम संस्कार में आए सभी लोगो ने निखिल की माँ के निधन पर शोक व्यक्ति किया और निखिल के गले लग उन्हें सान्तवना प्रदान किया.
कौन हैं निखिल अडवानी
यदि आप निखिल अडवाणी को अच्छे से नहीं जानते तो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि निखिल वही व्यक्ति हैं जिन्होंने ‘कल हो ना हो’ ‘चांदनी चौक टू चाइना’ और ‘डी – डे’ जैसी फिल्मे डायरेक्ट की हैं. यदि निखिल के फ्यूचर वर्क की बात करे तो वे जल्द ही ‘सत्यमेव जयते’ नाम की फिल्म लाने वाले हैं. इस फिल्म में अभिनेता जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेयी मुख्या भूमिका में नज़र आएँगे. फिल्म में निखिल एक प्रोड्यूसर की भुमका निभा रहे हैं.
माँ से था काफी गहरा रिश्ता
हर माँ बेटे की तरह निखिल का भी अपनी माँ रेखा से काफी गहरा लगाव था. वो जब भी कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करते थे तो माँ का आशीर्वाद और सलाह लेना नहीं भूलते थे. मुंबई में जन्मे और पीला बड़े निखिल के पिता मल्टीनेशनल केमिकल कंपनी में सीनियर मेनेजमेंट देखते थे वहीँ उनकी माँ रेखा एक एडवरटाइजिंग प्रोफेशनल थी. निखिल के पिता सिंधी थे तो माँ महाराष्ट्रियन थी.
जब परिवार का कोई सदस्य हमें छोड़ बहुत दूर चला जाता हैं तो दुःख होता हैं. लेकिन जब हमारी माँ हमें छोड़ हमेशा के लिए चली जाती हैं तो बहुत ज्यादा दुःख होता हैं. हमें विश्वास नहीं होता हैं कि अब हम रोज सुबह उतने पर अपनी माँ का चेहरा नहीं देख पाएंगे. निखिल के साथ भी शायद कुछ ऐसा ही हो रहा होगा. उनकी इस दुःख की घड़ी में हम माँ रेखा की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं.